आधुनिक परिवेश के बीच बदलती हुई शिक्षा प्रणाली एवं सरकार की ओर से प्रस्तुत नई शिक्षा प्रणाली के अधीन ब्लूम टैक्सनॉमी के अनुरूप शिक्षा आज की आवश्यकता ही नहीं बल्कि अनिवार्यता बन चुकी है, क्योंकि यदि ब्लूम वर्गीकरण में दिए गए उद्देश्यों के आधार पर जब शिक्षण के विधियों को अपनाया जाए तब निश्चित रूप से बालक के सर्वांगीण विकास का उद्देश्य पूर्ण हो पाएगा एवं इस शिक्षण विधि के माध्यम से प्रत्येक विद्यार्थी की सृजन क्षमता का विकास करने में शिक्षक सफल हो पाएंगे।
Key Takeaways
1. ब्लूम्स वर्गीकरण के आधार पर पाठ्यक्रम योजना तैयार करने की जानकारी
2. ब्लूम्स वर्गीकरण के उद्देश्यों के अनुरूप शिक्षण कैसे करवाया जाए विषयक जानकारी
3. आकलन एवं मूल्यांकन के लिए ब्लूम्स वर्गीकरण के अनुरूप प्रश्न पत्र रचना विषयक जानकारी
4. विद्यार्थियों के सर्वांगिण विकास के उद्देश्यों की पूर्ति में ब्लूम्स वर्गीकरण केउद्देश्यों की भूमिका
Head of Department - Hindi, Sushila Birla Girls' School
M.A, B. Ed, ‘Ratna’ and ‘Sahitya Ratna’
Sangeeta has been working in Sushila Birla Girls’ School since 1996 and as the Head of the department of Hindi for the past 21 years. She teaches Hindi subject in the senior section. Being well versed with the new syllabus from primary to senior school level, she has conducted many workshops on the novel teaching methodologies in Hindi making HOTS with MCQs and Multiple assessment system with Art integrated learning skills for teachers for CBSE board institutions of Kolkata and other cities.
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Facilitated By
Sangeeta Sanghvi
Program Start Date
15-Nov-2024
Duration
1 Hour
Location
Online - Recorded
Fees
₹249
Participants will receive a certificate on completion of the course and evaluation